जमीन की रजिस्ट्री ऑनलाइन चेक | मकान की रजिस्ट्री के नियम | jamin ki registry | प्लाट की रजिस्ट्री कैसे देखे | जमीन की रजिस्ट्री की जानकारी उत्तर प्रदेश | जमीन registry kyaa hoti hai | फ्लैट रजिस्ट्री
दोस्तों आज के हम इस आर्टिकल पर जानेंगे जमीन रजिस्ट्री कैसे करते हैं और जमीन रजिस्ट्री में पैसा कितना खर्च होता है और अन्य जानकारी पाएंगे जमीन रजिस्ट्री से जोड़ी जैसे कि आपको पता ही होगा की जमीन कोई भी व्यक्ति लेता है तो उसे रजिस्ट्री कराना होता है।
तभी वह वैध तरीके से उसके नाम पर हो जाती है फिर वह अपनी जमीन का मालिक कहलाता है और वह अपनी जमीन को किसी और को भेजिएगा तो लेने वाले व्यक्ति को जमीन की रजिस्ट्री करवानी पड़ेगी | और बहुत लोगों ने ये पूछा है कि जमीन की registry कैसे कराये तो इसी के बारे में जानेंगे और राज्य में अलग-अलग नियम होते हैं, जमीन रजिस्ट्री हेतु।
Jamin registry क्या होती है?
जमीन रजिस्ट्री करवाना मुख्या आधार से कानूनी है क्योंकि यह अनिवार्य भी है यदि आप रजिस्ट्री नहीं करवाते हैं तो यह जमीन उसी व्यक्ति के नाम पर रहेगी जो पहले जमीन का मालिक था ।
इसलिए जमीन रजिस्ट्री करने के लिए खरीदी हुई जमीन के पहले मालिक का दस्तावेज से नाम हटाकर अपने नाम पर करवाना होता है तभी वह जमीन का असली हकदार माना जाता है।
सरकार द्वारा दस्तावेज दिया जाएगा जिससे मान्यता प्राप्त होगी कि यह जमीन आपकी है उसी पर सभी जानकारियां जमीन से जुड़ी मिलेंगी जैसे की जमीन आपके नाम पर कितनी है और कहां पर है।
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जमीन की रजिस्ट्री कैसे करवाएं?
जमीन की रजिस्ट्री करवाने के लिए निम्न चरणों का पालन करके आप जमीन की रजिस्ट्री करवा पाएंगे-
आपको बता दे पहले चेक करें जमीन की वैल्यू कितनी है रजिस्ट्री कराने से पहले और साथी साथ पता करें की सरकारी जमीन का रेट कितना हैं इसके बाद दस्तावेजों की जरूरत पड़ेगी जिन्हें हम Stamp भी कहते हैं।
- यह दस्तावेज एक तरह का जमीन के मालिक का प्रारूप होता है। जमीन के खरीदार को यह पेपर खरीदने होते हैं।
- जिसके लिए उसे कोर्ट जाना होता है। इन पेपर के मूल्य को हर राज्य के हिसाब से तय किया जाता ह, मतलब कि सभी राज्यों पर अलग-अलग मूल्य तय होती है।
- जमीन खरीदेते समय इन कागजों को नजरअंदाज बिल्कुल भी ना करें। आप को भविष्य में अनेक क़ानूनी लफड़ों को झेलना पड़ सकता है।
- यदि आप किसी कारण से कोर्ट से इन पेपर्स को कोर्ट या वकील से नहीं खरीद पा रहे हैं।
- उस परिस्थिति में आप ऑनलाइन भी स्टैम्प ड्यूटी पेपर को खरीद सकते हैं। तो इसके लिए आपको stemp.com आदि अन्य वेबसाइट पर जाना होगा। जहां से आप को पेपर को डाउनलोड करें और यहां पर आपको कुछ धन राशि चुकानी होगी ऑनलाइन पेमेंट तभी आप डाउनलोड कर पाएंगे स्टांप पेपर।
जमीन की रजिस्ट्री से संबंधित महत्वपूर्ण बातें
- जब भी कभी जमीन रजिस्ट्री करवाने जाते हैं तो जमीन से संबंधित तमाम जानकारियां एकत्रित कर एवं सावधानी बरतते हुए जमीन रजिस्ट्री करवाएं।
- जमीन रजिस्ट्री करवाने से पहले यह ध्यान में रखें की जमीन कितनी बार खरीदी गई है और कितनी बार भेजी गई है।
- और जमीन की सर्वे नंबर की जानकारी भी प्राप्त कर लें।
रजिस्ट्री कराने में कितने पैसे लगते हैं?
- रजिस्ट्री कराने में आपको वकील की फीस जो 3500 से 5000 के बीच में
- स्टांप ड्यूटी शुल्क जो कि10 लाख से अंदर की संपत्ति पर 6% और 10 लाख से ऊपर की संपत्ति पर 7% देनी होती है
- साथ ही रजिस्ट्री ऑफिस में भी आपको एक पर्ची कटानी होती है, जो कि प्लाट की कीमत के अनुसार होती है।
FAQs: जमीन रजिस्ट्री के नए नियम
जिस तरह प्लॉट / जमींन की रजिस्ट्री की पूरी प्रोसेस हमने आपको ऊपर आर्टिकल में बताई है।
रजिस्ट्री कराने में समय कितना लगता है तो आपको बता दे ज्यादा से ज्यादा 1 दिन का समय लगता है। और यदि रजिस्ट्री ऑफिस में ज्यादा भीड़ ना हुई तो एक-दो घंटे में रजिस्ट्री का काम हो जाता है।
जमीन की रजिस्ट्री वह चीज है जैसे की आपने जमींन / प्लाट / मकान खरीदी फिर उसे अपने नाम में रजिस्ट्री करने के लिए रजिस्ट्री office जाते है रजिस्ट्री होने के बाद दस्तावेज मिलेगा, उसे ही हम जमींन की रजिस्ट्री कहते है |
बात करे जमीन रजिस्ट्री के नियम की तो सरकार द्वारा जमीन रजिस्ट्री के नियम में समय-समय पर बदलाव होते रहते हैं। jamin ki registry के नियम के बारे में हमने ऊपर आर्टिकल में।